शनिश्चरी अमावस्या पर शिप्रा नदी में स्नान करना शनिदेव भक्तों के लिए काफी महत्वपूर्ण मानी जाती है…लेकिन उज्जैन के त्रिवणी घाट पर जुटे हजारों श्रद्धालु स्नान के लिए तरस गए… यहां शिप्रा सूखी थी… प्रशासन ने फव्वारों से स्नान का इंतजाम किया था लेकिन ऐनवक्त पर ज्यादातर फव्वारे बंद हो गए…जिन फव्वारों की व्यवस्था की गयी थी उसे चलाने के लिए पीएचई ने स्टापडेम से पाइप लाइन डाली थी… पाइप लाइन से जुड़ी मोटर बंद हो जाने से सुबह आधे से भी कम फव्वारे चले… इसके बाद श्रद्धालुओं ने कीचड़ से सने पानी के शरीर पर छींटे डालकर अमावस स्नान की औपचारिकता पूरी की…..