मध्यप्रदेश से राज्यसभा के लिए ज्योतिरादित्य सिंधिया का एक नाम देने के बाद जिस दूसरे नाम पर बीजेपी ने मुहर लगाई है वो सबको चौंका रही है. बीजेपी ने दूसरा नाम दिया है सुमेर सिंह सोलंकी का. जिसे सुनकर पार्टी नेताओं सहित खुद सुमेर सिंह सोलंकी भी चौंक गए हैं. उनका राजनीति से सिर्फ इतना नाता है कि वो बीजेपी सांसद माकन सिंह सोलंकी के भतीजे हैं. और पेशे से प्रोफेसर हैं. पर पार्टी ने उन्हें अचानक राज्यसभा के लिए चुन लिया. अपने नाम के ऐलान के साथ खुद सुमेर सिंह भी चौंक गए थे और सिर्फ इतना ही कह सके कि वो जो जिम्मेदारी मिली है उसे निभाने के लिए वो तैयार हैं. सुमेर के अपना दूसरे कैंडिडेट बना कर बीजेपी ने प्रभात झा और सत्य नारायण जटिया जैसे नेताओं की उम्मीद पर पानी फेर दिया है. और शायद यही इस फैसले की वजह भी है. सिंधिया के नाम पर किसी तरह की खेमेबाजी या विवाद से बचने के लिए पार्टी ने एक नया चेहरा मैदान में उतारा है. संभवतः इस फैसले के जरिए बीजेपी किसी भी तरह के असंतोष को खत्म करने की कोशिश में है.