उज्जैन के भागसीपुरा में छप्पन भैरव का मंदिर है, यहां पर देसाई परिवार के लोग पिछले 14 सालों से भोग लगाते आ रहे हैं। छप्पन भोग से हुई शुरुआत अब 1400 तरह के व्यंजनों तक पहुंच चुकी है। इस भोग में 105 प्रकार की मिठाई , 80 तरह के नमकीन , 58 ब्रांडों की शराब , 22 ब्रांडों की सिगरेट 12 ब्रांड की बीडी , 103 तरह के मुखवास , 38 प्रकार की गजक, 35 तरह के फल , 178 तरह की देशी विदेशी चाकलेट , 88 तरह के बिस्किट, 40 तरह के ड्राय फ्रूट, 32 तरह की कोल्ड ड्रिंक्स, 1 चिलम , 1 सिगार , 28 तरह की श्रंगार सामग्री , 15 तरह की विदेशी मिठाई , 30 गुटके के पाउच सादे और जर्दा वाले, वेफर्स , नमकीन, सब्जी,दाल, पुड़ी सहित करीब १४०० प्रकार की सामग्री शामिल रही। इस मौके पर भैरव बाबा का आकर्षक श्रंगार भी किया गया और उन्हें चांदी जरदौज़ी से सजी तुर्रा पगड़ी भी पहनाई गयी। भोग लगाने वाले देसाई परिवार का कहना है कि उनके परिजनों को 56 भैरव ने सपने में दर्शन दिए थे जिसके बाद से 14 सालों से ये भोग लगाते आ रहे हैं।