देवास के हाटपिपलिया में अंधविश्वास आज भी जिंदा है। या यूं कहें कि फल-फूल रहा है तो गलत नहीं होगा। यहाँ लोक आस्था के नाम पर होली के दिन 30 फीट ऊंचे खंभे पर युवक को चढ़ा दिया जाता है। और उसकी कमर में लोहे का हुक फंसाकर युवक को गोल-गोल घुमाया जाता है। इस नजारे को देखने के लिए दूर-दूर से ग्रामीण ट्रैक्टर बाइक और अन्य साधनों से यहां पहुंचते हैं,,,,
यहां पर 1 दिन का मेला भी लगता है जहां ग्रामीण खाने का लुफ्त उठाते हैं। गांव के लोगों का मानना है कि युवक के शरीर में स्वयं मेघनाथ देव आते हैं इस कारण लोहे के आंकड़े कमर में डालने पर जरा सा भी खून नहीं आता है। मेघनाथ देव पर यहाँ के लोगों की बड़ी आस्था जुड़ी हुई है। जिस युवक के शरीर में मेघनाथ महाराज आते हैं उसे 7 दिन तक दूल्हा बनाया जाता है और रोज हल्दी लगाई जाती है। साथ खंभे पर घूमने से पहले नारियल को खंभे पर फेका जाता है और अगर नारियल नहीं फूटता है तो वह इस खंबे पर नहीं घूमते हैं साथ ही गोल घूमने के बाद मेघनाथ देव, आने वाला साल कैसा रहेगा इसकी भविष्यवाणी भी करते हैं। यहां पर आसपास के सैकड़ों लोगों की आस्था जुड़ी हुई है और लोगों की मनोकामना भी पूरी होती है,,,,