महाराष्ट्र और हरियाणा में झटका खाने के बाद झारखण्ड में बीजेपी कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती…झारखंड विधानसभा चुनाव बीजेपी के लिए अहम होने वाली है… क्योंकि पार्टी को यहां लोकसभा चुनाव में भारी सफलता मिली थी…. लेकिन यही सफलता… विधानसभा चुनाव में बरकार रखना बीजेपी लिए एक चुनौती है… इसके लिए बीजेपी झारखण्ड में फुक-फुक कर कदम रख रही है… भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने फैसला किया है…. कि जिन विधायकों की परफॉरमेंस 5 सालों में अच्छी नहीं रही है… उन्हें इस बार टिकट से वंचित किया जा सकता है…. भाजपा यहां महाराष्ट्र और हरियाणा के चुनावों में हुई गलतियों को दोहराना नहीं चाहती है… झारखंड में इस बार भाजपा के लिए सबसे बड़ी चुनौती विपक्षी पार्टियों की एकजुटता है… जिससे पार पाने के लिए भाजपा इस बार आदिवासी मुद्दे सहित प्रचार में स्थानीय मुद्दों पर ज्यादा ध्यान देगी… जिसमें नक्सलवाद पर अंकुश, राज्य में विकास और स्थिरता जैसे मुद्दे अहम होंगे…. साथ ही बड़े नेताओं के पसंद वाले उम्मीदवारों की जगह… काम करने वाले उम्मीदवारों को मौदान में उतारा जाऐगा…