उत्तरप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव राजनीति के माहिर खिलाड़ी हैं. बखूबी जानते हैं कि जिस की सरकार होती है अफसर भी उसी की भाषा बोलते हैं. पर इसका ये तो मतलब नहीं कि अफसरों को बोलने का ही मौका न दिया जाए. कुछ ऐसा ही नजारा कन्नौज के एक सरकारी अस्पताल में नजर आया. जहां अखिलेश ने एक सीनियर डॉक्टर को छोटा कर्मचारी बता कर दूर भगा दिया. दरअसल अखिलेश यहां बस हादसे के पीड़ितों से मिलने पहुंचे थे. मरीजों ने अखिलेश से कुछ शिकायत भी की. बीच में डॉक्टर ने कुछ कहने की कोशिश की तो अखिलेश ने कुछ ऐसे डॉक्टर को ही हड़का दिया. आरएसएस का इतना खौफ कि सरकारी अस्पताल के डॉक्टर के सामने भी अखिलेश ने बात करना मुनासिब नहीं समझा. अब बात सही भी है अखिलेश बखूबी जानते हैं सरकारें सरकार अधिकारी कर्मचारियों का किस तरह उपयोग करती हैं. लिहाजा रिस्क न लेना ही मुनासिब है. वैसे भी नेतागिरी चमकाते समय इतना गुस्सा दिखाना भी तो जरूरी हो ही जाता है.