पानी में रह कर मगरमच्छ से बैर, ऐसा तो कोई बेवकूफ ही करता है. पर सियासत के पुराने खिलाड़ी प्रेमचंद गुड्डू से तो ये उम्मीद नहीं थी. लेकिन गुड्डू ने कुछ ऐसा ही काम किया है. जिसे सुनकर आप भी यही कहेंगे कि भई तालाब भले ही अपना हो लेकिन अपने से तगड़े खिलाड़ी से पंगा नहीं लेते. इंदौर में गुड्डू भईया के नाम से फेमस पूर्व सांसद प्रेमचंद गुड्डू फिलहाल बीजेपी का हिस्सा ही हैं. लेकिन यहां रह कर ही वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया और तुलसी सिलावट के खिलाफ बगावत कर रहे हैं. इतना ही नहीं अब तो उनकी बगावत एक कदम आगे बढ़ते हुए मैदान में भी पहुंच चुकी है. जहां वो चिल्ला चिल्ला कर कह रहे हैं कि सिंधिया और सिलावट को हराना है. केवल इतना ही नहीं ये ऐलान भी कर दिया कि वो खुद सिलावट को चुनौती देंगे. आलाकमान को इसकी भनक लगी तो गुड्डू भईया पर तुरंत कार्रवाई हो गई. गुड्डू भईया को सात दिन में जवाब देने का नोटिस जारी कर दिया गया. वैसे तो ये खबर तेजी से फैली हुई है कि गुड्डू भईया वापस कांग्रेस में जाकर वहां से चुनाव लड़ सकते हैं. पर भई समझदारी तो इसमें थी कि पहले गुड्डी भईया कांग्रेस ज्वाइन कर लेते फिर सिलावट के खिलाफ मोर्चा खोलते. कहीं ऐसा न हो की पार्टियों की इस गफलत में गुड्डू भईया न घर के रहें न घाट के