नेताओं के इन परिजनों को मिल सकता है विरासत में टिकट

नेता – पार्टी – परिजन लोकसभा सीट
कमलनाथ (मुख्यमंत्री)- कांग्रेस- नकुलनाथ (पुत्र) – छिंदवाड़ा
माधवराव सिंधिया (पूर्व केंद्रीय मंत्री) – कांग्रेस- ज्योतिरादित्य सिंधिया (पुत्र) – गुना
अर्जुन सिंह (पूर्व मुख्यमंत्री) -कांग्रेस- अजय सिंह राहुल भैया (पुत्र)- सतना
सुभाष यादव (पूर्व उप मुख्यमंत्री) – कांग्रेस – अरुण यादव (पुत्र) – खंडवा
जीतू पटवारी (खेल मंत्री) कांग्रेस रेणुका पटवारी (पत्नी) – इंदौर
तुलसी सिलावट (स्वास्थ्य मंत्री) – कांग्रेस नितीश सिलावट (पुत्र) – उज्जैन
सज्जन सिंह वर्मा (PWD मंत्री) – कांग्रेस पवन वर्मा (पुत्र) – देवास
विक्रम सिंह नातीराजा (विधायक)- कांग्रेस कविता सिंह(पत्नी) -देवास
हिना कांवरे (विधानसभा उपाध्यक्ष) -कांग्रेस पवन कांवरे (भाई)- बालाघाट
गौरीशंकर बिसेन (पूर्व कृषि मंत्री)- भाजपा मौसम बिसेन (पुत्री)- बालाघाट
गोपाल भार्गव (नेता प्रतिपक्ष)- भाजपा अभिषेक भार्गव (पुत्र)- दमोह
जयंत मलैया (पूर्व वित्त मंत्री) – भाजपा सुधा मलैया (पत्नी) – दमोह
शिवराज सिंह (पूर्व मुख्यमंत्री)- भाजपा साधना सिंह (पत्नी)- विदिशा

1. मुख्यमंत्री कमलनाथ छिंदवाड़ा लोकसभा सीट से सांसद हैं लेकिन अब उन्हें सीएम बने रहने के लिए विधानसभा का चुनाव जीतना है इसलिए वो अपनी सीट विरासत में अपने बेटे नकुलनाथ को देना चाहते हैं। छिंदवाड़ा लोकसभा सीट से नकुलनाथ का चुनाव लड़ना तय माना जा रहा है। वैसे जानकारी के लिए बता दें कि यहां से नकुल की मम्मी यानी कमलनाथ की पत्नी अलका नाथ भी विरासत में टिकट लेकर सांसद रह चुकी हैं।

2. पूर्व केंद्रीय मंत्री माधवराव सिंधिया के बेटे ज्योतिरादित्य सिंधिया हालांकि अब खुद परिपक्व राजनेता बन चुके हैं लेकिन उन्हें भी लोकसभा टिकट विरासत में ही मिली थी। गुना-शिवपुरी संसदीय सीट से सिंधिया की टिकट तय है। वैसे इस सीट पर सिंधिया की पत्नी प्रियदर्शिनी राजे को टिकट मिलने की अटकलें भी लगाई जा रही हैं।

3. पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह के बेटे अजिय सिंह राहुल मध्यप्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रह चुके हैं वे इस बार विधानसभा चुनाव हार चुके हैं और सतना लोकसभा सीट से उनकी टिकट की दावेदारी है जो तय मानी जा रही है।

4. पूर्व उपमुख्यमंत्री सुभाष यादव के बड़े बेटे अरुण यादव कांग्रेस अध्यक्ष और सांसद भी रह चुके हैं। हालांकि इस बार विधानसभा चुनाव हार चुके हैं लेकिन उनके छोटे भाई सचिन यादव प्रदेश में कृषि मंत्री हैं। अरुण यादव को खंडवा लोकसभा सीट से टिकट मिल सकता है।

5. जीतू पटवारी इंदौर की राऊ विधानसभा सीट से जीतकर मंत्री बने हैं और अब अपनी पत्नी रेणुका को लोकसभा चुनाव लड़वाने की मंशा में हैं। रेणुका ने चुनाव को लेकर जनसंपर्क भी शुरू कर दिया है।

6. मध्यप्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट अपने बड़े बेटे नितीश सिलावट को उज्जैन-आलोट सीट से टिकट दिलाने की पूरी कोशिश में जुटे हैं। नितीश ने उज्जैन में सक्रिय हो चुके हैं और यहां राजनैतिक कार्यक्रमों की शुरूआत भी कर दी है।

7. प्रदेश के PWD मंत्री सज्जन सिंह वर्मा देवास लोकसभा सीट से सांसद रह चुके हैं और अब वो अपनी विरासत अपने बेटे पवन वर्मा को देना चाहते हैं। लोकसभा को लेकर पवन वर्मा इलाके में एक्टिव हो गए हैं वहीं सज्जन वर्मा ने भी उनके लिए जमीन बनाने के लिए दौड़भाग तेज कर दी है।

8. विक्रम सिंह नातीराजा राजनगर से कांग्रेस विधायक हैं लेकिन अपनी पत्नी को खजुराहो लोकसभा सीट से टिकट दिलवाने में लगे हैं। सूत्रों के मुताबिक नातीराजा ने कांग्रेस हाईकमान से पत्नी कविता सिंह को टिकट देने की मांग की है और जिताने की जिम्मेदारी भी ली है।

9. बालाघाट इलाके के दिग्गज कांग्रेसी नेता लिखीराम कांवरे की नक्सलियों ने हत्या कर दी थी जिसके बाद उनकी सीट से पहले उनकी पत्नी पुष्पलता कांवरे और अब बाद में उनकी बेटी हिना कांवरे को मिली है। हिना फिलहाल लांजी से विधायक हैं और अपने भाई पवन कांवरे या मां पुष्पलता कांवरे को बालाघाट लोकसभा का टिकट दिलवाना चाहती हैं। पिछले चुनाव में हिना खुद यहां से उम्मीदवार थीं और हार गई थीं।

10. पूर्व कृषि मंत्री गौरीशंकर बिसेन की बेटी मौसम बिसेन बालाघाट संसदीय इलाके में काफी अरसे से सक्रिय है और गौरीशंकर बिसेन भाजपा का गढ़ मानी जाने वाली इस सीट पर अपनी बेटी को टिकट दिलवाने के लिए काफी दिनों से प्रयास कर रहे हैं।

11. भाजपा के वरिष्ठ नेता गोपाल भार्गव के बेटे अभिषेक भार्गव पिछले कई सालों से दमोह संसदीय इलाके में सक्रिय हैं। पिछली बार भी अभिषेक दमोह सीट से दावेदारी कर रहे थे लेकिन उन्हें टिकट नहीं मिला। इस बार फिर उनकी दावेदारी है जिसको गोपाल भार्गव का भी समर्थन मिल चुका है।

12. मध्यप्रदेश के पूर्व वित्त मंत्री जयंत मलैया दमोह विधानसभा से चुनाव हार चुके हैं। इस बार मलैया लोकसभा के लिए खुद नहीं तो अपनी पत्नी सुधा मलैया को टिकट दिलवाने की कोशिश में जुटे हैं।

13. पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की पत्नी साधना सिंह उनके साथ हर कार्यक्रम में मौजूद रहती हैं। इस बार विदिशा लोकसभा सीट से साधना सिंह को चुनाव लड़ाए जाने की मांग हो रही है। गौरतलब है कि विदिशा सांसद सुषमा स्वराज ने लोकसभा चुनाव लड़ने से मना कर दिया है।

(Visited 272 times, 1 visits today)

You might be interested in

LEAVE YOUR COMMENT