रायसेन किले और भोजपुर मंदिर में लगा ऐतिहासिक मेला आज रायसेन किले पर सुबह 6 बजे खोले जाएंगे भगवान भोलेनाथ के मंदिर के गेट।
साल में एक बार मिलती है भगवान को शिवरात्रि के दिन आजादी बाकी 364 दिन रहते है भगवान कैद में।
हजारो की संख्या में पहुँचते है श्रद्धालु भगवान के दर्शन करने।
भोजपुर के शिव मंदिर में भी लगता है भक्तों का तांता।
एशिया महादीप का सबसे बड़ा शिवलिंग माना जाता है भोजपुर मंदिर के शिवलिंग को।
प्रसाशन की तरफ से किये जाते है सुरक्षा के इंतजाम।
भक्तो के लिये की जाती है जगह जगह फलाहार की व्यवस्था।