MP की भोपाल लोकसभा सीट से कांग्रेस ने वरिष्ठ नेता और पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह को उम्मीदवार बनाया है। बीजेपी का गढ़ मानी जाने वाली भोपाल सीट पर बीजेपी की ओर से दावा किया जा रहा था कि कोई भी कार्यकर्ता दिग्गी राजा को हरा देगा लेकिन अभी तक बीजेपी उम्मीदवार ही तय नहीं कर पाई है। इस लिहाज से दिग्गी राजा बीजेपी से काफी आगे निकलते नजर आ रहे हैं। दिग्विजय ने सॉफ्ट हिंदुत्व का जांचा परखा नुस्खा आजमाते हुए अपने गुरू शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती को भी आगे कर दिया है वहीं अपने चुनाव कार्यालय का उद्घाटन भी संत के हाथों करवाया है। वहीं बीजेपी की ओर से कभी साध्वी प्रज्ञा सिंह, कभी शिवराज सिंह चौहान, कभी नरेंद्र सिंह तोमर, कभी आलोक शर्मा तो कभी विजेश लुणावत का नाम उम्मीदवार के तौर पर सामने आता रहता है। हालांकि अभी तक किसी के नाम की औपचारिक घोषणा नहीं हुई है। नरेंद्र सिंह तोमर को तो पूर्व मंत्री हिम्मत कोठारी ने चिट्ठी लिखकर स्पष्ट करने के लिए कहा है कि मुरैना से प्रत्याशी घोषित होने के बाद भी उनके भोपाल से चुनाव लड़ने की खबरें आ रही हैं और मुरैना में इस कारण असमंजस का माहौल है। वहीं कोठारी ने तोमर को मुरैना से ही लड़ने की सलाह भी दी है। बीजेपी की इस सारी कवायद के कारण आम कार्यकर्ता भोपाल में पार्टी के लिए चुनाव प्रचार करने के लिए जुट ही नहीं पा रहा है। अभी तक उम्मीदवार तय नहीं होने से बीजेपी का समर्पित वोटर भी असमंजस की स्थिति में नजर आ रहा है और इसका फायदा दिग्विजय सिंह को मिलता नजर आ रहा है।