शाहीन बाग में पिछले दिनों गोली चलने की घटना क्या हुई. सारे प्रदर्शनकारियों की अक्ल एक ही बार में ठिकाने आ गई. ये वही लोग हैं जो पिछले कई दिनों से धरने पर बैठे हैं. नागरिकता कानून के विरोध में. क्योंकि ये लोग कागज नहीं दिखाना चाहते. जिद यही है कि भारत में जो करना है करेंगे लेकिन कागज नहीं दिखाएंगे. पर खुद पर हमला हुआ तो कागज मांगने जरूर लगेंगे. दिल्ली की सड़क पर शाहीन बाग के लोगों की तानाशाही बढ़ती जा रही है. अब शाहीन बाग ने वहां से गुजरने वाले लोगों पर पाबंदी लगा दी है. और जब तक राहगीर अपनी पहचान बताने वाले के सारे दस्तावेज नहीं देख लेते उसे वहां से गुजरने नहीं देते. अलग अलग मीडिया हाउसेज को दिए वर्जन्स के मुताबिक लोगों ने ये कहना शुरू कर दिया है कि जो लोग खुद कागज न दिखाने की लड़ाई लड़ रहे हैं वो दूसरों से कागज मांग मांग कर उन्हें परेशान कर रहे हैं. ये तो तानाशाही ही है. हालांकि धीरे धीरे शाहीन बाग में धरना देने वालों की संख्या में कमी भी आने लगी है. पर तानाशाही करने वाले शाहीन बाग के इन लोगों के बारे में आप क्या सोचते हैं. कमेंट बॉक्स में कमेंट कर जरूर बताएं.