मध्यप्रदेश विधानसभा में मंगलवार को कांग्रेस और भाजपा के बीच शह और मात के खेल का फैसला होना संभावित है। हम बात कर रहे हैं विधानसभा के स्पीकर के चुनाव की। कांग्रेस ने अध्यक्ष पद के लिए एनपी प्रजापति को मैदान में उतारा है जबकि उनके सामने भाजपा ने भी अपनी ओर से विजय शाह का नामांकन दाखिल करवा दिया है। हालांकि विधानसभा की स्वस्थ परंपरा के मुताबिक सत्तारूढ़ दल का स्पीकर बनाया जाता है लेकिन भाजपा की दलील है कि चूंकि सदन में किसी एक पार्टी का बहुमत नहीं है और कांग्रेस ने प्रोटेम स्पीकर के लिए वरिष्ठ विधायक को अवॉयड करके अपना प्रोटेम स्पीकर बना लिया है इसलिए उन्होंने भी विधानसभा अध्यक्ष के लिए अपना उम्मीदवार उतार दिया है। अब अगर गणित के हिसाब से देखें तो कांग्रेस का पलड़ा भारी है उसके खुद के 114 विधायकों के अलावा 4 निर्दलीय और 2 बसपा और 1 सपा के विधायक यानी 121 विधायकों का समर्थन हासिल है। ऐसे में अगर कोई भितरघात नहीं हुई या भाजपा की तथाकथित हॉर्स ट्रेडिंग सफल नहीं हुई तो एनपी प्रजापति का विधानसभा स्पीकर बनना तय है।