लगता है मध्यप्रदेश के खेल एवं युवा कल्याण मंत्री जीतू पटवारी का खिलंदड़ापन अभी गया नहीं है और वो अभी भी खुद को बिजलपुर का ठेठ ग्रामीण युवा समझ रहे हैं। उन्हें लग ही नहीं रहा कि वो मध्यप्रदेश के एक जिम्मेदार मंत्री हैं तभी तो छोटा तालाब में कयाकिंग की एक ईवेंट में मंत्री जी खुद भी कयाकिंग करने उतर पड़े। लेकिन लापरवाही का आलम ये था कि उन्होंने लाइफ जैकेट पहनने की जहमत ही नहीं उठाई। मंत्री जी के साथ गए किसी अधिकारी ने भी उन्हें लाइफ जैकेट नहीं पहनाई। ऐसे में खुदा न खास्ता अगर कोई ऊंच नीच हो जाती तो उसका जिम्मेदार कौन होता पता नहीं। वैसे भी एमपी में इन दिनों नेताओं और मंत्रियों की ग्रह दशा कुछ ठीक नहीं चल रही। लेकिन ये बात अब जीतू पटवारी को कौन समझाए।