मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव हार चुकी बीजेपी अब लोकसभा में जिताऊ उम्मीदवारों की तलाश में है ऐसे में संघ के एक सर्वे ने उसकी नींद उड़ा दी है। सूत्रों का कहना है कि संघ के सर्वे में बीजेपी के आधे से ज्यादा यानी लगभग 18 से 20 सांसदों के टिकट काटने की सिफारिश की गई है। संघ के सर्वे के मुताबिक खिलाफ जनता में बहुत गुस्सा है और ये हार के खतरे में हैं और अगर उनका टिकट काटकर नया जिताऊ उम्मीदवार नहीं उतारा गया तो इस बार MP में बीजेपी को बहुत ज्यादा नुकसान हो सकता है। गौरतलब है कि विधानसभा चुनावों में भी संघ ने कई विधायकों के टिकट काटने की सलाह दी थी लेकिन उस पर सही तरीके से अमल नहीं किया गया था। लेकिन इस बार बीजेपी कोई चांस नहीं लेना चाहती। वैसे भी बीजेपी की तीन चार सीट ऐसी हैं जहां उनके वर्तमान सांसद चुनाव नहीं लड़ सकते या नहीं लड़ रहे खजुराहो सांसद नागेंद्र सिंह नागौद से विधायक बन गए हैं, विदिशा सांसद सुषमा स्वराज ने चुनाव लड़ने से मना कर दिया है, बैतूल सांसद ज्योति धुर्वे का जाति प्रमाण पत्र ही फर्जी पाया गया है। कुल मिलाकर इस बार का लोकसभा चुनाव बीजेपी के लिए आसान नहीं है। 2014 की तरह एकतरफा लहर भी नहीं है, प्रदेश में सरकार भी नहीं है और जिताऊ चेहरे भी नहीं है। अब देखना है संघ और बीजेपी मिलकर इस कठिनाई का क्या तोड़ निकालते हैं।