मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार ने कंप्यूटर बाबा को एक साल पहले ही 8 मार्च 2018 में नदी न्यास के अध्यक्ष पद पर नियुक्त कर दिया था। सोशल मीडिया पर रविवार को दोपहर 2 बजे जारी हुए नियुक्ति आदेश में 8 मार्च 2018 की तारीख डली हुई है। इस गड़बड़ी को लेकर भाजपा ने कांग्रेस की सरकार पर तंज कसना शुरू कर दिया है कि क्या प्रदेश में साल भर पहले भी कमलनाथ सरकार थी? लोगों का कहना है कि आचार संहिता लगने से पहले जल्दबाजी में कंप्यूटर बाबा को उपकृत करने के लिए बैक डेट में लेटर जारी कर दिया गया। वहीं कुछ लोगों का कहना है कि किसी ने तारीख को लेकर शरारत की है और असली नियुक्ति पत्र में 2019 की तारीख ही डली है। लेकिन जानकारी के मुताबिक पहले 2018 की तारीख से लेटर जारी हो गया था बाद में ध्यान जाने पर आनन-फानन में तारीख ठीक करके लेटर जारी किया गया।