बूंद-बूंद पानी के लिए संघर्ष कर रहे ये ग्रामीण देवास के बेहरी गांव के रहने वाले हैं। अभी मार्च का महीना आधा भी नहीं गुजरा है पर ग्रामीणों को गहरे जल संकट का सामना करना पड़ रहा है। हालत यह है, कि ग्रामीण जान जोखिम में डालकर करीब 30 फ़ीट गहरे कुंए से पानी लाने को मजबूर है। तस्वीरें तब और भी दुःखी करती है, जब पानी ले जाने के लिए बनाई गयी जुगाड़ की गाडी में गरीबी के चलते ग्रामीणों को बैल की जगह खुद ही गाडी को खीचना पड़ रहा है। गाँव में एकाध हेण्डपम्प चालू हैं, पर उन पर भीड़ इतनी बढ़ जाती है, कि सभी ग्रामीणों को पानी ही नहीं मिल पाता। ग्रामीणों की माने तो गाँव में पानी की समस्या काफी विकराल है, और अभी मार्च में यह हाल है, तो अप्रैल-मई में लोगों को गाँव से पलायन करना पड़ सकता है। गाँव की हालत इस बात की गवाह है कि यहाँ शासकीय योजनाएं सिर्फ कागजों पर ही चल रही हैं। …… वहीं जब इस मामले को लेकर बागली PHE विभाग के SDO से बात की गई, तो उन्होंने सर्वे करने के बाद 2 निजी ट्यूबवेल का अधिग्रहण करके गाँव की पानी की समस्या हल करवाने का आश्वासन दिया है, हालांकि अभी निजी ट्यूबबेलो अधिग्रहण नहीं हुआ है ।