बिलासपुर संभाग के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल में एक बार फिर आग लगने की घटना सामने आई है। हालांकि इस बार बहुत छोटे स्तर पर शॉर्ट सर्किट हुआ था। जिसे अस्पताल में मौजूद टेक्निशियन और सुरक्षा गार्ड ने तुरंत काबू कर लिया। आपको बता दें कि सिम्स अस्पताल में इससे पहले भी आगजनी की घटना हुई थी जिसमें तकरीबन आधा दर्जन बच्चों की मौत हो गई थी । इस घटना के बाद एक बार फिर सिम्स अस्पताल प्रबंधन पर सवाल उठ रहे हैं । सूत्रों की मानें तो गर्मी के दिनों में बिजली के ओवरलोड की वजह से अक्सर ऐसे छुटपुट शॉर्ट सर्किट होते रहते हैं । ड्यूटी पर तैनात सुरक्षा गार्ड एस दीवान ने बताया कि अक्सर ए.सी. और दूसरे हेवी इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के चलाए जाने से ऐसी स्थिति बनती है। सामान्य तौर पर ओवरलोड की समस्या होने पर ड्रिप गिर जाती है लेकिन खस्ताहाल और जर्जर बिजली की तारों में अक्सर चिंगारियां भी निकल आती है। और ऐसी ही छोटी मोटी घटनाएं अचानक बढ़ कर बड़े अग्निकांड का रूप ले लेती है। लिहाजा सिम्स के प्रबंधन को चाहिए कि पूरे अस्पताल में इलेक्ट्रिक फिटिंग और बिजली की सप्लाई व्यवस्था को दुरुस्त कराए।