मध्यप्रदेश के गृहमंत्री के साथ एक फोन पर बातचीत सोशल मीडिया पर सामने आई है। इस बातचीत में खुद को पूर्व आरक्षक बताने वाले व्यक्ति ने शिकायत की है कि प्रदेश के पुलिस अधिकारियों की पत्नियां छोटे कर्मचारियों पर हुकुम चलाती हैं और इन पुलिस कर्मियों को अफसरों की पत्नियों को भी सैल्यूट करना पड़ता है। इस व्यक्ति ने गृहमंत्री से शिकायत की है कि अधिकारियों के बंगलों पर 20-20 लोग काम करते हैं। फोन करने वाले व्यक्ति ने इस संबंध में कार्रवाई करने की मांग की है।
आप भी सुनिए इस ऑडियो में गृहमंत्री और तथाकथित पूर्व आरक्षक के बीच क्या बात हुई।
पूर्व आरक्षक- हैलो, सर नमस्कार, माननीय गृहमंत्री महोदय से बात हो रही है?
गृहमंत्री- हां, हो रही है।
पूर्व आरक्षक- सर अभी जो पुलिस की कार्यशैली और लॉ एंड ऑर्डर पर सवाल उठ रहे हैं, उनसे संबंधित बात करना थी आपसे।
गृहमंत्री- आपका क्या नाम है और कहां से बोल रहे हैं? हां बोलिए।
पूर्व आरक्षक- वर्तमान में 400 से 500 आईपीएस हैं। उनको सरकार से सुविधा मिली है कि बंगले पर 4 से 5 कर्मचारियों को लगा सकते हैं लेकिन बंगले पर 20-20 लोग लगे हैं। यह स्थिति पूरे प्रदेश में है। फील्ड में कार्य करने वाले बंदे बंगलों पर कार्य कर रहे हैं। इस कारण लॉ एंड ऑर्डर प्रभावित होगा ही। आपके गृहमंत्री बनने के बाद भी कुछ नहीं हुआ।
गृहमंत्री- जरूर करूंगा। मैंने कल से बैठक शुरू की है। तुम्हारा जिला उज्जैन संभाग में आता है तो कल ही बैठक बुलाई है।
पूर्व आरक्षक- अधिकारियों की पत्नी को सैल्यूट करना होता है। उनके ऑर्डर सुनने पड़ते हैं। बच्चों को स्कूल छोड़ना होता है। ये कोई रूल में नहीं है।
गृहमंत्री – हां, मैं जानता हूं।