दोस्तों अगर आपसे पूछा जाए कि पहली सैलरी मिलते ही आपने सबसे पहले क्या किया, हममें से ज्यादातर लोगों का
जवाब होगा कि पार्टी की, दोस्तों-परिवारवालों के साथ Enjoy किया, ये तो ठीक है, लेकिन अगर आप पहली सैलरी से
ही बचत और निवेश शुरू कर दें तो आने वाली जिंदगी में भी आपका सफर सुहाना बना रहेगा। यहां आपको पहली सैलरी
से ही बचत-निवेश के पांच जबर्दस्त फायदे बता रहा हूं……
1) गैर-जरूरी खर्चों से दूरी
अगर आप शुरू से ही अनुशासित होकर बचत और निवेश करते हैं तो आप फिजुलखर्ची से बचे रहेंगे। इससे आपमें अपने पैसों के प्रबंधन को लेकर बेहतर
क्षमता भी विकसित होती है। अपनी मेहनत के हर पैसे का आप सम्मान करना सीखते हैं। इन सबसे आप कभी भी आर्थिक तंगी में नहीं फंसते हैं।
2) जोखिम लेने में आसानी
कम उम्र में खासकर 20 से 30 साल की उम्र वाले लोगों में ज्यादा रिस्क लेने की क्षमता रहती है, क्योंकि उस दौरान उनपर अक्सर ज्यादा
जिम्मेदारियां नहीं होती हैं। इसलिए शेयर बाजार और म्युचुअल फंड जैसे रिस्की निवेश साधनों में पैसे लगाने में कोई दिक्कत नहीं होती है।
ये निवेश साधन भले ही रिस्की होते हैं, लेकिन सोच-समझकर सही शेयर और म्युचुअल फंड स्कीम्स में पैसे लगाए जाएं, तो अच्छे रिटर्न की
भी गुंजाइश ज्यादा रहती है। वहीं जैसे-जैसे उम्र बढ़ती जाती है, लोगों में रिस्क लेने की क्षमता कम होती जाती है और फिर ऐसे लोग ज्यादा
पैसा इकट्ठा करने से चुक जाते हैं।
3) सुरक्षित भविष्य
-जल्दी से बचत, निवेश करके आप अपने भविष्य को सुरक्षित करते हैं। थोड़े-थोड़े पैसे बचाकर उसे सुरक्षित और
अच्छी जगहों पर निवेश करके आप लंबी अवधि में बड़ी रकम इकट्ठा कर लेंगे जो कि जरूरत पड़ने पर काम आएगा।
4) बड़ा रिटायरमेंट फंड
हममें से भला कौन नहीं चाहता है कि जब हम काम करना बंद कर दें तब भी हमारी जिंदगी आत्मसम्मान के साथ उसी तरह शान से चलती
रहे, जैसा कि काम करने के दौरान चल रही थी। लेकिन, इसके लिए बड़ा सा रिटायरमेंट फंड बनाने की जरूरत पड़ती है। जो जितनी जल्दी इस
रिटायरमेंट फंड के लिए पैसे निवेश करता है रिटायर होते-होते उसके पास उतना ही ज्यादा पैसे जमा हो जाते हैं। तो रिटायरमेंट
के बाद आप भी एक-एक कौड़ी का मोहताज नहीं होना चाहते हैं और जिंदगी भी आराम से काटना चाहते हैं तो पहली नौकरी लगते ही
बड़ा रिटायरमेंट फंड के लिए निवेश करना शुरू कर दें।
5)कोई कर्ज नहीं लेना पड़ेगा
आज कर्ज आसानी से मिल जा रहा है। इसलिए युवा भी कई बार बिना सोचे-समझें कर्ज ले लेते हैं जिसका खामियाजा उन्हें आर्थिक तंगी के रूप में
भुगतना पड़ता है। लेकिन अगर आप शुरू से ही बचत और निवेश कर रहे हैं तो आपको कर्ज लेने की जरूरत शायद ही पड़े।
दोस्तों, अगर आप की भी पहली नौकरी लगी है तो बचत और निवेश करनाशुरू कर दें…साथ ही किसी फाइनेंशियल एक्सपर्ट की मदद से फाइनेंशियल
प्लान बनाकर उसपर दृढ़ता के साथ अमल करें।