भोपाल आए कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया के सम्मान में उनके गुट के मंत्री तुलसी सिलावट ने डिनर रखा है। इस डिनर में सीएम कमलनाथ के अलावा कांग्रेस के सभी मंत्री और विधायक तो शामिल होंगे ही, सपा और बसपा और निर्दलीय विधायकों को भी बुलाया गया है। ये डिनर सरकारी बंगले पर हो रहा है. बंगले को खूब सजाया गया है। वीवीआईपी और वीआईपी मेहमानों के लिए अलग-अलग भोजन व्यवस्था की गई है। वेज और नॉनवेज दोनों तरह के व्यंजन बनाए गए हैं और कुकिंग का जिम्मा नामी गिरामी होटल ग्रुप को दिया गया है। माना जा रहा है इस डिनर पार्टी के जरिए कांग्रेस विधानसभा में अपने बहुमत का संदेश विपक्षी भाजपा को देना चाहती है और शक्ति प्रदर्शन करना चाहती है कि बीजेपी के सरकार गिराने के दावे खोखले हैं। वहीं ये भी माना जा रहा है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया इस डिनर के जरिए सीएम कमलनाथ को ये जताना चाहते हैं कि उनके मंत्री कमजोर नहीं हैं। सुबह विधानसभा में पीसी करके सिंधिया ने एक तरह से ऐसा संदेश दे भी दिया है जब उन्होंने बयान दिया कि सरकार में कोई छोटा-बड़ा नहीं है यहां तक कि मुख्यमंत्री भी किसी से बड़े नहीं है। गौरतलब है कि कुछ दिनों से प्रदेश की कमलनाथ सरकार में सिंधिया समर्थक मंत्रियों को तवज्जो नहीं मिलने के संकेत मिल रहे थे और मंत्री प्रद्युम्न सिंह का सीएम के साथ नोकझोंक होने की खबर भी आई थी। आपको बता दें कि कांग्रेस महासचिव पद से इस्तीफ़ा देने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया पहली बार भोपाल आए हैं। उनके समर्थक कभी उन्हें प्रदेश अध्यक्ष बनाने की मांग कर रहे थे और कभी राहुल की जगह राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने की अपील करते पोस्टर लगा रहे थे। समर्थकों की इसी ख्वाहिश के बीच सिंधिया का भोपाल आना कोई न कोई नई खिचड़ी पकने का इशारा कर रहा है।