सिंधिया के खास समर्थक माने जाने वाले कमलनाथ सरकार के मंत्री तुलसी सिलावट ने गुरुवार रात को सिंधिया के सम्मान में डिनर दिया। गोवा और कर्नाटक की राजनैतिक उठापटक के बीच तुलसी के इस डिनर के कई मायने लगाए जा रहे थे। इस डिनर में तुलसी सिलावट ने सिर्फ कांग्रेस के विधायकों के अलावा कांग्रेस को समर्थन दे रहे निर्दलीय और सपा-बसपा के विधायकों को बुलाया था। इसके अलावा कांग्रेस के ही कई वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता भी डिनर पार्टी में मौजूद रहे। हालांकि इस डिनर में वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह उनके अनुज लक्ष्मण सिंह, जयवर्धन सिंह अजय सिंह राहुल, कांतिलाल भूरिया, अरुण यादव, मुकेश नायक, शोभा ओझा जैसे नेता और बीस-पच्चीस विधायक मौजूद नहीं थे। सियासी हलकों में इन नेताओं की गैरमौजूदगी को लेकर तरह-तरह की बातें की जा रही हैं। हालांकि कांग्रेस के कई आयोजनों के विपरीत कई विपरीत ध्रुव और धड़ों के बीच सामंजस्य और एकजुटता का नजारा दिखाई दिया। वही कुछ लोगों का कहना है कि कुछ नेताओं के गायब रहने के कारण सिंधिया के डिनर में रायता नहीं फैल पाया और लोगों को रायते की कमी अखर गई।