20 साल पहले कारगिल वार में भारतीय शूरवीरों ने पाकिस्तानी घुसपैठियों के छक्के छुड़ाकर, दुनिया के सबसे कठिन युद्धस्थलों में से एक में जीत हासिल की थी। लेकिन इन शूरवीरों की कहानी मध्यप्रदेश के नौनिहाल अपनी स्कूल की किताबों में नहीं पढ़ पाएंगे। जानकारी के मुताबिक कमलनाथ सरकार ने प्रदेश के स्कूली शिक्षा के सिलेबस से कारगिल युद्ध की कहानियों का अध्याय हटा दिया है। कहा जा रहा है कि कारगिल की लड़ाई पर बाजार में बेहतर किताबें उपलब्ध नहीं हैं और किताबों में पूरा सिलेबस नहीं मिलने के कारण बच्चे अच्छा स्कोर नहीं कर पा रहे थे। आपको बता दें कि पिछले सत्र यानी 2017-18 तक कारगिल का अध्याय सिलेबस का हिस्सा था लेकिन कांग्रेस की सरकार बनने के बाद से इसे हटा दिया गया है। जानकारी के मुताबिक सरकार ने 15 लोगों की टीम से समीक्षा करवाने के बाद ये फैसला किया है। वहीं कारगिल की कहानियां बच्चों के सिलेबस से हटाए जाने को लेकर बीजेपी ने कांग्रेस पर आरोप लगाया है कि चूंकि कारगिल युद्ध पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के समय में हुआ था इसलिए उसकी वीर गाथा कांग्रेस को हजम नहीं हो रही है। सियासी लड़ाई में फंस जाने के कारण दुनियाा की सबसे कठिन लड़ाइयों में गिनी जाने वाली कारगिल की लड़ाई की कहानियां अब मध्यप्रदेश के स्कूली छात्र नहीं जान पाएंगे।