पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भले ही एमपी से दूर दिल्ली में बैठकर कांग्रेस की सेंट्रल पॉलिटिक्स में बिजी हैं लेकिन सूत्रों की मानें तो मध्यप्रदेश की एक-एक सियासी हलचल पर सिंधिया की नजर है और यहां कमलनाथ सरकार में अपने समर्थक मंत्रियों के जरिए सिंधिया स्थिति पर अपना कंट्रोल बनाए रखने की भी कोशिश करते रहते हैं। कहा जा रहा है कि पिछले दिनों विधानसभा में हुए सियासी घटनाक्रम के बारे में सिंधिया ने पूरी अपडेट अपने मंत्रियों और विधायकों के जरिए ली है। सिंधिया समर्थक मंत्री उनसे मिलने के लिए खासतौर पर दिल्ली गए थे और उनके साथ कुछ विधायक भी थे। इन लोगों ने सिंधिया को एमपी की पूरी सियासी उठापटक का फीडबैक दिया है। मध्यप्रदेश में सिंधिया समर्थक मंत्रियों की कमलनाथ सरकार से पटरी नहीं बैठने की खबरें भी पिछले दिनों आईं थीं जिसके बाद खुद सिंधिया ने एमपी में आकर माहौल बनाने की कोशिश की थी। हालांकि कहा ये भी जा रहा है कि राहुल गांधी के करीबी रहे सिंधिया अब राहुल के इस्तीफे के बाद थोड़ा कमजोर और अकेले हो गए हैं। सिंधिया के सामने केंद्र की राजनीति में बने रहने या वापस एमपी में लौटने को लेकर भी असमंजस की स्थिति बनी हुई है। ऐसे में सिंधिया दोनों के बीच बैलेंस बनाकर चलने की कोशिश कर रहे हैं।