मुख्यमंत्री कमलनाथ इस समय मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी यानी पीसीसी के अध्यक्ष भी हैं। दरअसल कमलनाथ पीसीसी अध्यक्ष पहले बने थे मुख्यमंत्री बाद में बने। हालांकि मुख्यमंत्री बनने के बाद कमलनाथ ने पीसीसी अध्यक्ष के पद से इस्तीफा देने की पेशकश की थी लेकिन उसे माना नहीं गया था लेकिन लोकसभा चुनाव में करारी शिकस्त मिलने के बाद जिस तरह राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने खुद इस्तीफा दिया और हार की जिम्मेदारी नहीं लेने वाले पदाधिकारियों पर नाराजगी जताई, तब कमलनाथ ने भी पीसीसी अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था हालांकि अभी तक उनका इस्तीफा मंजूर नहीं हुआ है लेकिन अब कयास लगाए जा रहे हैं कि जल्द ही कमलनाथ का पीसीसी चीफ के पद से इस्तीफा मंजूर करके नए अध्यक्ष पर फैसला हो सकता है। एमपी पीसीसी चीफ बनने के लिए ज्योतिरादित्य सिंधिया, अजय सिंह राहुल, अरुण यादव, उमंग सिंघार, बाला बच्चन, रामनिवास रावत जैसे कई नेताओं का नाम चर्चा में है। सियासी जानकार लोगों का कहना है कि एमपी में किसी समय काफी मजबूत रहने वाला सिंधिया खेमा इस समय थोड़ा कमजोर नजर आ रहा है वहीं राहुल गांधी के अध्यक्ष पद से हटने और सोनिया के अंतरिम अध्यक्ष बनने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया का कद भी घटा है। वहीं कमलनाथ पहले से ज्यादा मजबूत हो गए हैं। ऐसे में सिंधिया का एमपीपीसीसी चीफ बनना पूरी तरह कमलनाथ की मर्जी पर निर्भर करता है क्योंकि सोनिया गांधी भी ये फैसला कमलनाथ की सलाह लिए बगैर नहीं करेंगे। वैसे भी जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने के मुद्दे पर सिंधिया ने पार्टी लाइन से बाहर जाकर मोदी का समर्थन किया है जिसे उनके पार्टी के एजेंडे से विरोधाभास के रूप में समझा जा रहा है। एमपी में यही कहा जा रहा है कि सिंधिया एमपी में पीसीसी के अध्यक्ष तभी बन सकते हैं जब कमलनाथ ऐसा चाहेंगे।