अगस्त 2018 से अगस्त 2019 तक का साल बीजेपी के लिए कई अनमोल रत्नों को खोने वाला रहा। अगस्त 2018 में बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का निधन हुआ था। इसके बाद बीजेपी के कई वरिष्ठ नेताओं का जाना पार्टी के लिए काफी बड़ा नुकसान है। आपको बता रहे हैं बीते साल भर में दुनिया छोड़कर जाने वाले बीजेपी के नेताओं के नाम।
बलराम दास टंडन – (1 नवम्बर 1927- 14 अगस्त, 2018)
छत्तीसगढ़ के पूर्व राज्यपाल बलराम दास टंडन का निधन 90 साल की उम्र में 14 अगस्त, 2018 को हुआ था। बलरामदास टंडन जनसंघ के संस्थापक सदस्यों में से एक थे और जुलाई, 2014 में छत्तीसगढ़ के राज्यपाल बने थे।
अटल बिहारी वाजपेयी -(25 दिसंबर 1924 – 16 अगस्त 2018)
पूर्व प्रधानमंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता अटल बिहारी वाजपेयी बीजेपी के संस्थापकों में शामिल थे और चार दशकों से भी अधिक समय से भारतीय संसद के सदस्य रहे। वे तीन बार भारत के प्रधानमंत्री बने। उन्हें एक प्रखर वक्ता के रूप में पूरे विश्व में पहचान मिली थी। 2004 में चुनाव हारने के बाद वाजपेयी ने राजनीति से संन्यास ले लिया था और उसके बाद वह कभी भी सार्वजनिक जीवन में नहीं आए। 2015 में उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया गया था।
मदन लाल खुराना – ( 15 अक्टूबर 1936 – 27 अक्टूबर, 2018)
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री मदन लाल खुराना बीजेपी के काफी वरिष्ठ नेता थे। उन्हें दिल्ली बीजेपी का सबसे बड़ा नेता माना जाता था। जनसंघ की शुरूआत से ही खुराना उससे जुड़े रहे और पार्टी और सरकार में कई पदों पर रहे। खुराना 1993 से 1996 तक दिल्ली के मुख्यमंत्री रहे थे। 2001 में वे राजस्थान के राज्यपाल भी बनाए गए थे।
अनंत कुमार (22 जुलाई 1959 – 12 नवंबर 2018)
पूर्व केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार का निधन 12 नवंबर 2018 को 59 साल की उम्र में हो गया। अनंतकुमार मोदी सरकार में संसदीय कार्य मंत्री थे। दक्षिण भारत में बीजेपी की सबसे प्रमुख चेहरा रहे अनंत कुमार दक्षिणी बेंगलुरु लोकसभा सीट से सांसद रहे। कर्नाटक में बीजेपी की सरकार बनवाने में उनकी अहम भूमिका थी।
मनोहर पर्रिकर (13 दिसंबर 1955- 17 मार्च 2019)
देश के पूर्व रक्षा मंत्री, गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ बीजेपी नेता मनोहर पर्रिकर का 63 साल की उम्र में 17 मार्च 2019 को निधन हो गया। पर्रिकर चार बार गोवा के मुख्यमंत्री बने। रक्षा मंत्री के कार्यकाल के दौरान वह राज्यसभा से सांसद थे। उन्हें पाकिस्तान पर सर्जिकल स्ट्राइक करवाने के लिए भी जाना जाता है।
सुषमा स्वराज(14 फरवरी 1952 – 6 अगस्त 2019)
बीजेपी की दिग्गज नेता पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का 6 अगस्त को निधन हो गया। सुषमा स्वराज वाजपेयी सरकार में सूचना एवं प्रसारण मंत्री रही थीं। मात्र 25 साल की उम्र में राजनीति में आईं सुषमा स्वराज दिल्ली की मुख्यमंत्री भी रहीं। 2009 और 2014 में वह मध्य प्रदेश के विदिशा से सांसद चुनी गईं। सितम्बर 2016 में उन्होंने सयुंक्त राष्ट्र में हिन्दी में भाषण देकर वाहवाही लूटी थी। सुषमा स्वराज ने इस बार लोकसभा का चुनाव लड़ने से मना कर दिया था।
बाबूलाल गौर (2 जून 1930- 21 अगस्त 2019)
मध्यप्रदेश के वरिष्ठ और दिग्गज बीजेपी नेता बाबूलाल गौर का 89 साल की उम्र में निधन हो गया। वो मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री रहने के अलावा बीजेपी की सरकारों में कई महत्वपूर्ण विभागों के मंत्री रहे। बाबूलाल गौर के नाम 10 बार विधानसभा चुनाव जीतने का रिकॉर्ड है। एक मिल मजदूर से लेकर मुख्यमंत्री बनने वाले बाबूलाल गौर जनसंघ के जमाने से पार्टी के साथ जुड़े थे।
अरुण जेटली (28 दिसंबर 1952 – 24 अगस्त 2019)
बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली का 24 अगस्त को निधन हो गया। अरुण जेटली को देश के सबसे बड़े वकीलों में शुमार किया जाता था लेकिन राजनैतिक व्यस्तता के चलते वे वकालत को कम समय ही दे पाते थे। अरुण जेटली की पीएम नरेंद्र मोदी से काफी निकटता थी और उन्हें बीजेपी के बड़े रणनीतिकारों में शुमार किया जाता था। जेटली को बीजेपी का संकटमोचक भी कहा जाता था।