देवास में जुगाड़ की नाव के भरोसे है बच्चों की जान
जुगाड़ की नाव से पार कर रहे नदी शिप्रा नदी पर पुल नहीं बनने से दिक्कत कई बार नाव पलटने से हो चुका है हादसा
देवास जिला मुख्यालय से करीब 25 किलोमीटर दूर हिरली गाँव के बच्चे स्कूल में पढ़ने के लिए रोज अपनी जान जोखिम में डालते हैं। लगभग 5000 से अधिक की आबादी वाला यह गांव शिप्रा नदी के किनारे बसा हुआ । हिरली गांव में कक्षा पांचवी तक स्कूल है। यहां के बच्चे नदी के उस पार इंदौर ज़िले में छठवीं से आगे की पढ़ाई करने जाते हैं। इसके लिए इन बच्चों को ड्रम से बनी एक नाव का सहारा लेना पड़ता है। कई बार नाव पलट भी चुकी है जिससे बच्चे नदी में गिर चुके हैं हालांकि बच्चों के परिजनों ने उन्हें तैरकर नदी से निकाला। जब तेज पानी आता है तो बच्चे स्कूल नहीं जाते हैं। जब बच्चे ड्रम की जुगाड़ की नाव से नदी पार करके स्कूल जाते हैं तो बच्चों के परिजन नदी के किनारे खड़े रहते हैं और जब तक वे स्कूल से लौट के नहीं आते जब तक नदी के किनारे बैठकर बच्चों का इंतजार करते रहते हैं।
देवास से रईस पठान की रिपोर्ट