जब खुद को आम नागरिक मानकर सीएम साइकिल चलाएंगे तो ऐसा तो होगा ही. हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने सोचा कि आम आदमी की तरह मतदान किया जाए. तो भई पहले ट्रेन से करनाल तक आए. और फिर पोलिंग बूथ तक जाने के लिए साइकिल की सवारी चुन ली. लॉजिक कुछ ये रहा कि आम आदमी की तरह सफर करें तो उनकी राय जानने और उन्हें समझने का मौका मिलता है. पर खट्टर ये भूल गए कि वो भले ही लाख आम आदमी बन जाए उनकी सुरक्षा में तैनात स्टाफ ये कैसे मान ले कि वो आम आदमी हैं. तो सुरक्षा गार्ड्स की घेराबंदी में सीएम साइकिल पर सवार तो हुए. पर साइकिल की सवारी कोई आसान काम तो है नहीं. सो कभी रूकते कभी थमते कभी अटकते सीएम जैसे तैसे चल पड़े और गार्ड्स आसपास दौड़ लगाते रहे. अब इससे आम आदमी की राय मिले या न मिले पर हो सकता है कि लास्ट मोमेंट पर किया गया ये स्टंट उनके मतों में इजाफा जरूर करवा दे.