मायावती की पार्टी बीएसपी यूपी में नई सांसे तलाश रही है. लेकिन कोई न कोई ऐसा बखेड़ा खड़ा हो जाता है कि पार्टी की दो कदम आगे आकर चार कदम पीछे लौट जाती है. अब बीएसपी को झटका दिया है पार्टी के ही पुराने नेता दिलीप रावत ने. जिनकी जड़ें बीएसपी से ही जुड़ी हुई हैं. रावत के पिता भी बीएसपी में ही थे. लेकिन अब रावत ने अपनी पत्नी हेमलता रावत के साथ पार्टी छोड़ दी है. हेमलता जिला पंचायत सदस्य हैं. पार्टी को अलविदा कहने के बाद दिलीप रावत ने पार्टी सुप्रीमो मायावती पर गंभीर आरोप लगाए हैं. रावत का आरोप है कि मायावती सिर्फ पैसा देखती हैं उन्हें कैडर से कोई मतलब नहीं होता. जो पैसा देता है उसी को टिकट देती हैं. रावत ने ये भी कहा कि मायावती को जो पैसे वसूल कर देता है वही पार्टी का सर्वमान्य नेता होता है. अब इसे सुनकर तो यही कहा जा सकता है कि मायावती खुद अपनी ही पार्टी का सौदा कर रही हैं.