कांग्रेस ने लगातार पांचवे राज्य से बीजेपी को बेदखल किया है. ये बात अलग है कि इनमें से कुछ राज्यों में कांग्रेस सीधे सीधे सरकार नहीं बना सकी है. लेकिन बीजेपी के ताबूत में किलें ठोकने का काम तो कर रही रही है. झारखंड में जीत के बाद कांग्रेस की जीत के लिए सोनियागांधी की रणनीति को सही माना जा रहा है. पर अंदर खानों में खबर है कि ये तो ज्योतिरादित्य सिंधिया का करिश्मा है जो हर राज्य में रंग ला रहा है. सबसे पहले मध्यप्रदेश को ही ले लीजिए. बीजेपी की जमी जमाई सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए कांग्रेस ने पूरा दम लगा दिया. लेकिन बात तो तब ही बनीं जब सिंधिया ने कमलनाथ और दिग्विजय सिंह के साथ मंच साझा किया. महाराष्ट्र को ही याद कर लीजिए यहां भी सिंधिया ने प्रचार की कमान संभाली और स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष भी रहे. नतीजे सबके सामने हैं वहां भी कांग्रेस को बढ़त ही मिली. और अब झारखंड. चुनाव प्रचार के दौरान यहां सिंधिया ने जबरदस्त हुंकार भरी. यहां भी कहना गलत नहीं होगा कि फैसला कांग्रेस गठबंधन के हक में ही गया.