खबरे हैं कि मध्यप्रदेश के डीजीपी वीके सिंह की विदाई की बेला अब नजदीक है. ये वही वीके सिंह हैं जिन्हें दो वरिष्ठ आईपीएस को दरकिनार कर प्रदेश के पुलिस मुखिया का ताज पहनाया गया था. अभी वो 2021 तक डीजीपी रह सकते थे. लेकिन सरकार ने पहले ही उनके बोरिया बिस्तर पैक करने के इंतजाम कर लिए हैं. वजह बताई जा रही है सरकार के साथ कदम से कदम मिलाकर कदमताल करने में डीजीपी वीके सिंह की नाकामी. वैसे वीके सिंह के पास पुलिस सेवा में दमदार तरीके से काम करने का लंबा चौड़ा अनुभव है. फिर भी सरकार की आंखों में वो खटक रहे हैं. सिर्फ सरकार ही नहीं आईएएस लॉबी भी उन्हें कुछ खास पसंद नहीं कर रही. दरअसल वीके सिंह ने आते ही पुलिस कमिश्नर प्रणाली की चर्चाएं दोबारा शुरू कर दीं. इसके बाद राजगढ़ कलेक्टर वाले मामले पर भी वो मुखर रहे. जो अफसरों की टोली को बिलकुल पसंद नहीं आया. लिहाजा ये तय कर लिया गया है कि अब डीजीपी को बदला जाए. इसके लिए सरकार ने यूपीएससी को नया पैनल बना कर भी भेज दिया है. जिसके बाद वीके सिंह की जगह प्रदेश में नए पुलिस मुखिया नजर आएंगे.