छत्तीसगढ़ में पहली बार हुआ है कि किसी रेप पीड़िता ने अपनी पैरवी के लिए किसी वकील को नहीं चुना बल्कि खुद ही अपनी पैरवी करने का फैसला लिया है… जी हां पीड़िता से सबसे पहले बिलासपुर हाईकोर्ट में केस दाखिल किया और पैसों के अभाव में खुद पैरवी करने का निर्णय लिया… वहीं कोर्ट ने कार्यवाही करते हुए पुलिस से पूछा है कि आरोपियों की गिरफ्तारी अभी तक क्यों नहीं हुई और एसपी से शपथ पत्र के साथ जवाब मांगा है… पीड़िता ने इस बारे में मीडिया को बताया कि मामले की अगली सुनवाई 17 मई को होगी…