छत्तीसगढ़ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव अपने ही बयान से पलट गए। एक दिन पहले ही मंत्री जी ने बयान दिया था कि बिलासपुर के विधायक के साथ हो रहे गलत व्यवहार और उपेक्षाओं की शिकायत पार्टी हाईकमान से करेंगे। पर दूसरे ही दिन मंत्री जी मीडिया के सामने यह कहते हुए नजर आए कि यह बड़ा संवेदनशील मामला है लिहाजा इस पर ज्यादा कुछ कहना ठीक नहीं होगा।दरअसल प्रेस कांफ्रेंस में मंत्री जी जब मीडिया के सामने इस तरह की बयानबाजी कर रहे थे उस समय उनके साथ बिलासपुर विधायक शैलेश पांडे और तखतपुर विधायक रश्मि सिंह भी मौजूद थी। लिहाजा मंत्री ने दोनों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए इस तरह का डिप्लोमेटिक बयान देकर अपना पल्ला झाड़ लिया। हालांकि एक दिन पहले मंत्री जी के तेवर को देखकर यह लगा था कि कांग्रेस के भीतर गुटबाजी और ओछी राजनीति करने वाले लोगों को वह सजा जरूर देंगे। लेकिन मंत्री जी के यू टर्न ने ऐसी सभी उम्मीदों को खत्म कर दिया है।