इंसान की छोटी से छोटी जरूरतों पर बाजार ने अपना कब्जा जमा रखा है । लेकिन बाजार में मिलने वाले अधिकांश प्रोडक्ट केमिकल से बने होते हैं जो नुकसानदायक होते हैं। लेकिन बिलासपुर की छात्रा पूनम ने महिलाओं की सबसे बड़ी समस्या को ध्यान में रखते हुए एक ऐसा प्राकृतिक सेनेटरी पैड को बनाया है जिसका ना तो कोई साइड इफेक्ट है और सस्ता होने के साथ साथ इस्तेमाल के बाद यह आसानी डिस्पोज भी हो जाता है । बिलासपुर के एक शासकीय कालेज की बायोलॉजी 2nd इयर की छात्रा पूनम सिंह को अपने रिसर्च के दौरान यह जानकारी मिली कि महिलाओं के लिए हर महीने की जरूरत बाजार में मिलने वाले सेनेटरी पैड काफी खतरनाक है और इसके साइड इफेक्ट से महिलाएं कैंसर जैसी खतरनाक बीमारियों की शिकार भी हो रहीं हैं । पूनम के मुताबिक बाजारू पैड में इस्तेमाल होनेवाला पेट्रोलियम जैली और सिंथेटिक काफी खतरनाक है और यह आसानी से डिस्पोज नहीं होता जिससे ये प्रकृति के लिए भी खासा नुकसानदेह है । फिर पूनम ने अपनी रिसर्च शुरू की और एक नेचुरल सेनेटरी पैड बनाने को ठान लिया । पूनम के नई खोज में प्रमुख रूप से बेसिल के बीज और मेथी के बीज का इस्तेमाल किया गया है जिसे रूई के अलग अलग परतों में डालकर बैंडेज के इस्तेमाल से तैयार किया जाता है । पूनम के मुताबिक बेसिल बीज में द्रव्य सोखने के गुण होते हैं और यह आसानी से उपलब्ध भी हो जाता है । आज पूनम अपने इस खोज को लेकर महिलाओं में जनजागरूकता भी फैला रहीं हैं जिसका उन्हें बेहतर रेस्पॉन्स भी मिल।रहा है ।