सीएए और एनआरसी को लेकर पूरा देश में हंगामा है. इस बीच मशहूर कवि और साहित्यकार कुमार विश्वास ने ऐसी बात कही है कि सुनने वाले और सुनकर समझने वाले शायद प्रदर्शन, उपद्रव और विरोध से बाज आ जाएं. कुमार विश्वास ने हाल ही में एक ट्वीट किया है. जिसमें लिखा है कि आज़ादी से पहले व बाद में क़ानून बनवाने/बदलवाने के लिए सैंकड़ों आंदोलन हुए हैं,लेकिन हर वो आंदोलन जो देश को आग में झोंकता हो,कभी सफल नहीं हो सका.अगर देश व अपने आंदोलन से ज़रा भी प्यार है तो पुलिस पर हमला करना,सरकारी सम्पत्ति को आग लगाना बंद करें. असहमति व लोकतंत्र ज़िंदा रखें
कुमार विश्वास का इशारा बिलकुल साफ है. अगर अपनी बात मनवाने के लिए जो लोग पुलिस को अपना निशाना बना रहे हैं. वो ये दावा भी नहीं कर सकते कि ऐसा करके वो अपनी बात मनवाने में सफल होंगे. वैसे इससे पहले भी कुमार विश्वास ने जो ट्वीट किया था वो सकारात्मक संदेश देने वाला ही था. देश लाठियाँ, गोलियाँ, गोले, आँसू, ज़ख़्म, चीखें और नुक़सान गिन रहा है पर जिन्होंने ये आग लगाई-भड़काई-फैलाई व पहुँचाई है वे सारे बस सीटें और वोट गिन रहे हैं ! जो वो दोनों चाहते थे और चाहते हैं, वही हो रहा है ! राजघाट पर कोई ख़ामोश रो रहा है ! भारत को सिर्फ़ भारत बचा सकता है.