प्रशासन चाहे लाख दावे करे मगर हकीकत यही है कि अस्पतालों में आमजन को आज भी बेहतर चिकित्सा उपलब्ध नहीं हो पा रही… कभी संसाधनों का अभाव तो कभी चिकित्सा कर्मियों की लापरवाही… आलम यह है कि बुधवार को मंडीबामौरा के स्वास्थ्य केन्द्र में सुबह इलाज के अभाव में एक मरीज की मौत हो गई… मरीज 1 घंटे तक तड़पता रहा मगर उसे देखने के लिए ना तो कोई डॉक्टर था… और ना ही वहां मौजूद स्टाफ ने कोई ध्यान दिया… पौने दो करोड़ रुपए की लागत से बना यह अस्पताल केवल एक डॉक्टर के भरोसे चल रहा है..
पर्याप्त स्टाफ ना होने का हवाला देकर अधिकारी कर्मचारियों द्वारा पल्ला झाड़ दिया जाता है… अब देखना होगा कि भगवान भरोसे चलने वाली स्वास्थ्य सुविधाएं और कितनी जानें लेतीं हैं…. न्यूजलाइवएमपी.कॉम के लिए कुरवाई से दीपक राय की रिपोर्ट