भारत में लोकसभा चुनाव का अंतिम चरण 19 मई को होना है और उसके बाद 23 मई को ये साफ हो जाएगा कि कौन सरकार बना रहा है। ये भी साफ हो जाएगा कि क्या नरेंद्र मोदी दोबारा भारत के प्रधानमंत्री बनेंगे। ज्योतिषीय आंकलन के आधार पर देखा जाए तो देश के कई ज्योतिषियों का कहना है कि नरेंद्र मोदी की कुंडली यशस्वी प्रधानमंत्री की कुंडली है। उनकी कुंडली में दुर्लभ राजयोग हैं और इस बार भी मोदी प्रबल विजय के दावेदार हैं। वहीं कुछ ज्योतिषियों का कहना है कि दोबारा प्रधानमंत्री बन सकते हैं लेकिन उसमें सहयोगी दलों की प्रमुख भूमिका रहेगी। ज्योतिषियों के मुताबिक मोदी की कुंडली में मंगल की वजह से एक ऐसा अद्भुत योग है जिसके कारण वे शत्रुओं से काफी प्रबल है। मोदी के प्रचलित नाम से बनी कुंडली वृश्चिक लग्न की कुंडली है जिसमें छठे भाव का स्वामी लग्न में बैठा है, जिसके कारण वे शत्रुओं से प्रभावित होते हैं लेकिन वही मंगल लग्न में भी है जो लग्न का भी स्वामी है और मोदी को शत्रुओं से प्रोटेक्ट करता है। कुछ ज्योतिषियों का कहना है कि नरेंद्र मोदी की कुंडली में अखंड साम्राज्य योग है जो खुद नरेंद्र मोदी को तो जीत दिलाएगा ही उनके साथ साथ उनकी पार्टी बीजेपी और पूरे एनडीए को जीत और बहुमत दिलाएगा। हालांकि उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. अमर त्रिवेदी का कहना है कि मोदी की कुंडली के मुताबिक उनके मान सम्मान में बढ़ोत्तरी होगी लेकिन सरकार बनाने के लिए उन्हें सहयोगी दलों पर निर्भर रहना होगा।