अयोध्या में राम मंदिर बनाने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने तीन माह में ट्रस्ट के गठन के निर्देश दिए थे. हालांकि ये वक्त पूरा होने वाला है और अब तक ट्रस्ट के गठन के कोई आसार नजर नहीं आ रहे. पर ये काफी पहले से साफ है कि राम मंदिर ट्रस्ट सोमनाथ मंदिर ट्रस्ट की तर्ज पर बनेगा. जिसकी घोषणा के लिए अब सिर्फ पांच दिन बचे हैं. ये ही ट्रस्ट राम मंदिर की नीतियां तय करेगा . ये बताया जा रहा है कि इस ट्रस्ट का ढांचा सोमनाथ ट्रस्ट से मिलता-जुलता हो सकता है. तो आज हम आप को बताते है . कि सोमनाथ ट्रस्ट कैसे काम करता है .ट्रस्ट में चेयरमैन और सेक्रेटरी का पद होता है. चेयरमैन को हर साल ट्रस्ट के सदस्य वोट देकर चुनते हैं. इनमें से चार सदस्यों को राज्य सरकार नॉमिनेट करती है . और चार केंद्र सरकार की ओर से नामित होते हैं. सोमनाथ मंदिर ट्रस्ट की बात करें तो इस ट्रस्ट के सदस्यों की सदस्यता तब तक आजीवन मानी जाती है . जब तक वो इस्तीफा न दें या किसी कारण से ट्रस्टी बोर्ड उन्हें न हटाए. इसी आधार पर बन सकता है राम मंदिर का ट्रस्ट .