सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक फैसले के बाद अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण का रास्ता साफ हो गया है. कोर्ट विवादित जमीन हिंदू पक्षकारों को दे दी है. मगर देश की दो हिंदू पीठों के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने राम जन्मभूमि पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर थोड़ी खुशी और ज्यादा नाराजगी जाहिर की है. उन्होंने कहा कि हिंदुओं के हित में फैसला देना तो सही है, लेकिन जब प्रामाणित हो गया कि विवादित जगह हिंदुओं की है तो मुस्लिमों को जमीन देने गलत है. साथ ही नया ट्रस्ट बनाने का आदेश भी उचित नहीं है . उन्होने बताया की पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी के कार्यकाल में मंदिर का ताला खुलवाने में स्वरूपानंद जी की थी प्रमुख भूमिका थी. न्यूजलाइवएमपी के लिए जबलपुर से देबजीत देब की रिपोर्ट