क्या बसपा की नाराजगी के बाद अब कांग्रेस ने यूपी में समाजवादी पार्टी से हाथ मिलाने का फैसला कर लिया है. दरअसल राजस्थान में जब से बीएसपी विधायकों का कांग्रेस में विलय हुआ है तब से मायावती कांग्रेस से नाराज हैं. तो दूसरा विकल्प ढूंढना कांग्रेस की मजबूरी हो सकता है. आपको ये भी याद दिला दें कि सबसे पहले सचिन पायलट ने ही बीएसपी विधायकों के विलय पर नाराजगी जाहिर की थी. सचिन की इस नाराजगी को शायद अखिलेश यादव ताड़ गए. और अब वही सुर अलाप रहे हैं जो सुर सचिन पायलट ने लगाया है. सचिन पायलट की तरह सपा नेता अखिलेश यादव ने भी कहा कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी ही जीतेगी बीजेपी नहीं. दोनों नेताओं की बात में खास बात ये है कि उन्होंने अपनी पार्टी का नाम नहीं लिया है. तो क्या सचिन पायलट की तर्ज पर बयान देकर अखिलेश कोई संदेश दे रहे हैं. या फिर बुआ को एनडीए से दूर करके ये भतीजा सचिन पायलट के जरिए नई दोस्ती गांठने की कोशिश में है.