राजस्थान की गहलोत सरकार इन दिनों सुर्खियों में हैं. कोटा स्थित जेके लोन अस्पताल में बच्चों की मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है. इस पर सख्त कार्रवाई करने की जगह प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और स्वास्थ्य मंत्री अलग अलग दलीलें दे रहे हैं. इस अस्पताल में बच्चों की मौत का आंकड़ा 106 तक पहुंच चुका है. और थमने का नाम नहीं ले रहा है. विपक्ष का शिकंजा कसता देख खुद पार्टी आलाकमान सोनिया गांधी ने मामले की तह तक जाने की पहल की है. सोनिया गांधी ने सचिन पायलट को फोन कर निर्देशित किया है कि वो खुद जाएं अस्पताल का दौरा करें और उन्हें रिपोर्ट सौंपे. ताज्जुब की बात ये है कि सोनिया के फोन से पहले खुद सचिन पायलट जो राज्य के उपमुख्यमंत्री भी हैं. अब तक इस अस्पताल के मामले पर सक्रिय क्यों नहीं हुए. क्या गहलोत पायलट की गुटबाजी का खामियाजा मासूमों को भुगतना पड़ा है.