पंडाल के नीचे एकजुट होकर बैठे ये लोग किसी कार्यक्रम या समारोह में शामिल होने नहीं आए हैं। बल्कि ये सभी लोग कोटा जनपद पंचायत के निवासी हैं और उनकी पेंशन न मिलने के खिलाफ धरने पर बैठे हैं। इन लोगों का कहना है कि करीबन 17 से 18 महीनों से उनको पेंशन नहीं मिल रही है। जिससे उनकी भूखो मरने की नौबत आ गई है। ग्रामीणों का आरोप है कि गांव के सरपंच और सचिव पेंशन के नाम पर उन्हें गुमराह करते हैं और तकनीकि खराबी का हवाला देकर उनका हक मार रहे हैं। पर अब यह मामला एसडीएम के संज्ञान में आ गया है और देखने वाली बात होगी कि एसडीएम इस पर क्या कदम उठाते हैं।