सतना जिले के चित्रकूट से किडनैप हुए तो जुड़वा बच्चों के मामले में एक नया एंगल निकलता नजर आ रहा है। जिले के प्रभारी मंत्री लखन घनघोरिया की मानें तो इस मामले में कोई परिचित व्यक्ति या पारिवारिक व्यक्ति इन्वाल्व हो सकता है। हालांकि अपहरण के आठ दिन बीत चुके हैं लेकिन न तो बच्चों का पता लगा है और न ही ये पता लगा है कि उन्हें किसने और क्यों किडनैप किया है। तेल व्यवसायी ब्रजेश रावत के घर में बच्चों की किडनैपिंग के बाद से मातम है, और पूरे चित्रकूट में दहशत है। मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश पुलिस सयुक्त शर्च ऑपरेशन चला कर आरोपियों की पताशाजी और मासूमो की सकुशल रिहाई के प्रयास कर रही तो वही अब घर के मासूम अपने भाइयो की सकुशल रिहाई के लिये ईश्वर पर आश्रित दिखाई दे रहे है। हालांकि अभी तक फिरौती के लिए कोई फोन नहीं आया है ऐसे में पुलिस किडनैपिंग के पीछे दूसरे एंगल पर भी जांच कर रही है, वही प्रभारी मंत्री ने भी किसी पारिवारिक व्यक्ति के शामिल होने की बात कहते हुए एक से दो दिन में अपहरण की गुत्थी सुलझाने की बात कही है।