सत्ता में आने से पहले कांग्रेस ने किसानों को सीढ़ी बनाया और पहुंच गए सत्ता के सिंहासन तक. लेकिन ये सीढ़ी जिन वादों के सहारे मजबूत बनी हुई थी. उन्हीं वादों की ईंट अब हिलने लगी है. आमतौर पर सरकार के वादों को झूठा बताकर निशाने साधने का काम विपक्ष का होता है. लेकिन कमलनाथ सरकार तो अपनों से ही घिर गई है. ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने भिंड दौरे के दौरान सरकार पर निशाना साधा है. सिंधिया ने यहां किसानों के साथ हुई एक चर्चा में कहा कि सरकार ने अब तक केवल पचास हजार का कर्ज माफ किया है जबकि वादा दो लाख तक का कर्ज माफ करने का था. इससे पहले सिंधिया ग्वालियर में अपनी ही सरकार को आत्मअवलोकन की सलाह भी दे चुके हैं.