मध्यप्रदेश की सियासत में बवाल मचाने वाले ऑडियो के मामले में सरकार ने कथित तौर पर ऑडियो में मंत्रियों के पैसे लेने की बात करने वाले आबकारी अधिकारी को हटा दिया है। गौरतलब है कि मीडिया में एक ऑडियो क्लिप वायरल हो रही थी जिसमें इंदौर के व्हिसल ब्लोअर डॉक्टर आनंद राय और कथित रूप से धार के सहायक आबकारी आयुक्त संजीव दुबे की बातचीत थी और इसमें संजीव दुबे कह रहे थे कि मंत्री उमंग सिंघार, विधायक राज्यवर्धन सिंह और विधायक हीरालाल अलावा शराब ठेकेदार से हर महीने लाखों रुपए लेते हैं। इस ऑडियो क्लिप के वायरल होने के बाद एमपी की सियासत में बवाल मच गया था और सीएम कमलनाथ ने इस मामले में आबकारी विभाग के सहायक आयुक्त संजीव दुबे को धार से हटा दिया है। मध्यप्रदेश के जनसंपर्क विभाग से ट्वीट करके ये जानकारी दी गई है और इस मामले में जांच के आदेश दे दिए गए हैं। आपको बता दें कि संजीव दुबे आबकारी विभाग के सबसे विवादास्पद अधिकारियों में से एक हैं और पिछली सरकार के दौरान उन पर करोड़ों रुपयों के घोटाले के आरोप लगे थे। खुद कांग्रेस नेताओं ने संजीव दुबे पर आरोप लगाकर उन्हें हटाने की मांग की थी लेकिन कांग्रेस की सरकार आने के बाद दुबे को फिर से धार जैसे मलाईदार जिले में पोस्टिंग दे दी गई थी। हालांकि कहा ये भी जा रहा है कि अभी मामला गरम होने के कारण दुबे को हटाया गया है लेकिन उनके संपर्क सरकार में इतने मजबूत हैं कि उन्हें वापस कहीं न कहीं मलाईदार पोस्टिंग फिर मिल जाएगी। ये भी कहा जा रहा है कि अगर दुबे के खिलाफ सही तरीके से जांच हुई तो कई मंत्री, पूर्व मंत्री, विधायक और नेता लपेटे में आ सकते हैं।