दिग्गी राजा के लिए हठयोग करने और धूनी रमाने वाले कंप्यूटर बाबा के सामने होम करते हाथ जलने की स्थिति पैदा हो गई है। चुनाव आयोग ने कंप्यूटर बाबा के हवन पूजन के मामले में जांच शुरू कर दी है। गौरतलब है कि बीजेपी ने चुनाव आयोग से कंप्यूटर बाबा और दिग्विजय सिंह के खिलाफ शिकायत की थी और साधु संतों के जमावड़े से लेकर यज्ञ हवन और रोड शो की जांच करवाने और इसका खर्च दिग्विजय सिंह के चुनावी खर्च में जोड़ने की मांग की थी। जानकारी के मुताबिक कलेक्टर और जिला निर्वाचन अधिकारी सुदाम खाड़े ने हठ योग और धूनि रमाने के मामले की जांच शुरू कर दी है। ये जांच मुख्य रूप से तीन बिंदुओं के आधार पर की जा रही है जिसमें इस आयोजन की अनुमति ली गई थी या नहीं और ली गई थी तो किससे ली गई थी, कार्यक्रम के लिए क्या दिग्विजय सिंह के कहने पर साधु संतों को बुलाया गया था, और कंप्यूटर बाबा किस पार्टी के लिए प्रचार प्रसार कर रहे हैं और उसमें कितना खर्च आ रहा है। जानकारी मिली है कि इस जांच के शुरू होते ही कंप्यूटर बाबा यज्ञ हवन बंद करके भोपाल से बाहर कहीं निकल गए हैं। वहीं ये भी कहा जा रहा है कि मुस्लिम बहुल इलाके में साधु संतों का जमावड़ा और हिंदू धार्मिक कर्मकांड करवाए जाने से इलाके के मुस्लिम वोटर दिग्विजय सिंह से नाराज हो गए थे और यही कारण है कि दिग्गी राजा ने कंप्यूटर बाबा को वहां से डेरा उठाने के लिए कह दिया था। बात जो भी हो लेकिन अगर चुनाव आयोग की निष्पक्ष जांच में कंप्यूटर बाबा दोषी पाए जाते हैं तो उनके होम से उनके नहीं तो दिग्गी राजा के हाथ जलने तय हैं।