मध्यप्रदेश में लगता है कमलनाथ और सिधिया के बीच सचमुच का 20-20 शुरू हो चुका है.
बयान के बदले बयान और मीडिया की सुर्खिया । प्रदेश कांग्रेस के हालात कुछ ऐसे बन
चुके है पिछले तीन चार दिनो में । दिल्ली में सामन्वय की बैठक क्या हुई भोपाल के
राजनैतिक गलियारो में सरगर्मी बढ गई। सवाल है कि कैसा समन्वय हुआ बैठक के बाद
सिंधिया और कमलनाथ एक दूसरे के खिलाफ बयानबाजी पर उतर आए । पहले तो सिधिय़ा
समर्थक ही सरकार के खिलाफ बयानबाजी किया करते थे लेकिन अब तो सीधे कमलनाथ
और सिधिया के बीच 20-20 मुकाबला शुरू हो गया है। कमलनाथ की सडको पर उतरने के
चुनौती तो महाराज ने गंभीरता के ले लिया है। ग्वालियर में सिंधिया ने कहा कि वो सडको
पर जरूर उतरेगे।सिधिया ने कमलनाथ के बयान के जवाब में अपनी बात दोहराते हुए कहा
कि वो जनसेवक है और सरकार अगर वचन पत्र के मुद्दे पूरे नही करेगी तो सडको पर
उतरेगे। हालकि इसके बाद कमलनाथ के कई मंत्रियो ने मामला समेटने की कोशिश की
बयान के कई सारे तर्क दिए लेकिन लगता है अब कांग्रेस की कलह जल्दी नही थमेगी
थमनी भी नही चाहिए आखिरकार झगडा महाराज और मुख्यमंत्री के बीच सीधे सीधे है
ऐसे में कोई कहां तक बीच बचाव में आ सकता है।