भोपाल के कलियासोत डैम में पिछले सप्ताह भर से रेस्क्यू टीम को छका रहा घड़ियाल आखिरकार पकड़ में आ ही गया। कलियासोत से घड़ियालों को शिफ्ट करने का काम किया जाना है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि कलियासोत डैम का वातावरण घड़ियालों के अनुकूल नहीं है क्योंकि ये बहता पानी पसंद करते हैं। यहां पर एक घड़ियाल ऐसा था जिसके मुंह में मछली पकड़ने का जाल फंस गया था जिसके कारण वह कुछ खा नहीं पा रहा था। वन विभाग की टीम काफी अरसे से उसे पकड़कर जाल निकालने की कोशिश कर रही थी लेकिन घड़ियाल पकड़ में नहीं आ रहा था। बाद में इटावा से विशेष टीम को बुलवाया गया जिसने दो दिन की मशक्कत के बाद गुरुवार को घड़ियाल का रेस्क्यू करने में कामयाबी हासिल कर ली। फिलहाल घड़ियाल को भोपाल के वन विहार भेजा गया है।