तबादलों से प्रतिबंध हटने के बाद भोपाल में प्रदेश सरकार के मंत्रियों के बंगलो पर लोगों की भीड़ लगी हुई है। कई लोग परिवार सहित यानी पत्नी बच्चों को लेकर मंत्रियों के बंगलों पर डेरा डाले हुए हैं। बंगलों पर जमा ये लोग तबादला करवाने या रुकवाने के लिए डेरा डाले हुए हैं। किसी को मनमाफिक पोस्टिंग चाहिए तो किसी को अपना ट्रांसफर कैंसिल कराना है। हालांकि सरकार ने ऑनलाइन व्यवस्था कर रखी है लेकिन लोगों को लगता है कि व्यक्तिगत मुलाकात से उनका काम बन जाएगा। लोग अपनी अपनी क्षमता के मुताबिक सोर्स सिफारिश लेकर मंत्रियों के पास पहुंच रहे हैं। स्थिति ये है कि कई जनप्रतिनिधि भी अपने-अपने लोगों के तबादले करवाने, रुकवाने या मनमाफिक पोस्टिंग दिलवाने के लिए मंत्रियों के बंगलों पर डेरा डाले हुए हैं। दरअसल प्रदेश सरकार ने पांच जून से पांच जुलाई तक तबादलों को मंजूरी दी है। नई नीति के तहत जिले के अंदर प्रभारी मंत्री और एक जिले से दूसरे जिले में विभागीय मंत्री को तबादले का अधिकार सौंपा गया है। लोग मंत्रियों के पास स्थानीय विधायकों, सांसदों और प्रभारी मंत्रियों की सिफारिश लेकर तो आ ही रहे हैं। दूर पास के रिश्तेदारों के भी सिफारशी खत लेकर आ रहे हैं या मंत्रियों से अपनी कोई रिश्तेदारी निकालने में जुटे हुए हैं। कुल मिलाकर जून-जुलाई का पूरा महीना तबादलों का महीना है और भोपाल में मंत्रियों के बंगले कुछ इसी तरह गुलज़ार रहने की संभवाना जताई जा रही है।