दिग्विजय सिंह जी ने श्रीराम मंदिर के लिए, कार सेवको के लिए अपनी संवेदनाएं व्यक्त नही की वह जब भी बोले बाबरी मस्जिद और मुसलमानो के पक्ष में विधवा विलाप करते नज़र आएं है उन्होंने आज भी जो पत्र लिखा है उसमें श्रीराम मंदिर की चिंता नही अपितु बाबरी मस्जिद टूटने का दर्द छलक रहा है वह दर्द वैसा ही है जैसा दर्द पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को होता है । दिग्विजय सिंह जी और पूरी काँग्रेस वर्षो तक श्रीराम मंदिर में रोड़ा बनी रही यह वही दिग्विजय सिंह जी है जिन्होंने कार सेवको की मौत पर मुलायम सिंह जी का धन्यवाद दिया था । श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए सुप्रीम कोर्ट ने जो निर्देश दिए है मोदी सरकार उसका अक्षरशः पालन कर रही है । दिग्विजय सिंह जी को कम-से-कम श्रीराम मंदिर निर्माण पर चिट्ठी पत्री लिखने का कोई अधिकार नही है ।