कोरोना को जड़ से खत्म करने के लिए वैज्ञानिकों को एक और दवा मिल गई है. ये दवा है आइवरमेक्टिन. आमतौर पर इस दवा का उपयोग बालों में होने वाले जुएं मारने के लिए होता है. जिसे वैज्ञानिक कोरोना की दवा के रूप में देख रहे हैं. अमेरिका की लैब में इसका क्लीनिकल ट्रायल शुरू हो चुका है. बगदाद यूनिवर्सिटी ने भी पांच मई को इसका क्लीनिकल ट्रायल हो चुका है. वैज्ञानिकों का दावा है कि इसका प्रयोग सफल रहा है. अब इस दवा का एजिथ्रोमाइसिन, कैमोस्टेट मीसाइलेट के साथ का प्रयोग होगा. बाद में इन दवाओं के अलग अलग कॉम्बिनेशन के साथ ट्रायल होगा. सिर्फ अमेरिका और बगदाद ही नहीं ऑस्ट्रेलिया की रॉयल मेलबर्न हॉस्पीटल और विक्टोरियन इंफेक्शियस डिसीज रेफरेंस लैबोरेटरी के वैज्ञानिक भी इस दवा पर स्टडी कर चुके हैं. उनके मुताबिक भी ये दवा कोरोना पर असरदार साबित हुई.